शनिवार, 5 जनवरी 2013

भ्रष्‍टाचार की राह पर छात्र राजनीति जिम्‍मेदार कौन-?



पटना / बिहार / में छात्र अधिकार सम्मेलन आयोजित किया गया पूरे तामझाम के साथ आयोजित इस सम्मेलन का मजा तब किरकिरा हो गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने ही उनके छात्र नेता आपस में भिड़ गए और एक दूसरे पर जातिवादी और भ्रष्टाचारी होने का आरोप मढ़ने लगे नीतीश के लिए यह पहला अनुभव थाण् नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद छात्र जदयू का यह पहला कार्यक्रम थाए लेकिन जदयू समर्थित छात्रों ने ही इसमें बवाल काट सारा गुड़ गोबर कर दियाण् इस पूरे घटनाक्रम में यह सवाल उठा कि छात्र जदयू में छात्र लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित हैंण् इस सम्मेलन के दौरान छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष रंजन कुमार पर छात्र सेल के एक राष्ट्रीय सचिव रवि उज्जवल और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष सुनील पाठक ने पैसे की उगाही और जातिवाद का का़फी गंभीर आरोप मढ़ दियाण् आरोप यहां तक लगाया गया कि छात्र प्रकोष्ठ का यह प्रदेश अध्यक्ष पार्टी पदों की खुली नीलामी करता हैण् इस कारण वह मनमाने तरीक़े से किसी को पदाधिकारी बनाते याए हटाते रहे हैंण् खुलेआम ऐसे आरोप लगाए जाने से रंजन कुमार बौखला उठेण् इस बौखलाहट में वह अपने भाषण के दौरान बोल गए कि पहले वह लेते.देते थेए लेकिन जब से वह छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बने हैंए वह ऐसा नहीं करते हैंण् कोई माई का लाल नहीं कह सकता है कि वह एक अठन्नी भी किसी से लेते हैं! यह सारा वाकया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजुदगी में हुआण् भ्रष्टाचार के स़फाए का शंखनाद करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए अजीब स्थिति पैदा हो गईण् उनके लिए शर्मिंदगी की बात थी कि बिहार में भ्रष्टाचार के खात्मे का दम भरते हैंए लेकिन उनके सामने हीं उनकी पार्टी के छात्र सेल का प्रदेश अध्यक्ष पहले लेन.देन की बात कबूल करता हैण् काबिलेगौर है कि रंजन कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक ज़िला नालंदा का मूल निवासी हैण् छात्र जदयू का विवादों से चोली.दामन का साथ रहा हैण् अरविंद निषाद के इस सेल के प्रदेश अध्यक्ष रहने के समय भी पार्टी में विवाद हुआ थाण् सेल के एक प्रदेश महासचिव सुशील नारायण तिवारी के साथ मारपीट हुई थीण् उस समय ही एक अन्य पूर्व प्रदेश महासचिव रोहित कुमार सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया थाण् वह चंद्रभुषण राय की कमेटी में खासा रूतबा रखते थेए लेकिन चंद्रभुषण राय के बाद उनकी पटरी अरविंद निषाद से नहीं बैठ सकीण् इस बीच वह पार्टी के बाग़ी पूर्व नेता प्रतिपक्ष उपेंद्र कुशवाहा के खेमे में चले गएण् तब उन्हें दल से निकाल दिया गया थाण् वह फिलहाल लोजपा के प्रदेश महासचिव हैंण् गौरतलब है कि रंजन कुमार छात्र जदयू के तीसरे अध्यक्ष हैंण् उनसे पहले अरविंद निषाद और चंद्रभुषण राय इस पद पर काबिज थेण् अरविंद निषाद पटना विश्वविद्यालय सिंडिकेट के सदस्य हैण् वहीं चंद्रभुषण राय जदयू के प्रदेश महासचिव हैंण् इससे पहले नीतीश कुमार के पूर्ववर्ती दल समता पार्टी में छात्र समता पार्टी में भी विवाद हुआ थाण् छात्र समता के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष थे जगन्नाथ गुप्ताण् वह अभी बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य हैंण् उनकी कमेटी में राघवेंद्र कुशवाहा प्रधान महासचिव हुआ करते थेण् जगन्नाथ गुप्ता के समय छात्र समता की प्रदेश कमेटी में दो भूमिहार छात्र नेता चंद्रभुषण राय और आस्तिक शर्मा का़फी सक्रिय थेण् चंद्रभुषण राय और राघवेंद्र कुशवाहा के बीच जगन्नाथ गुप्ता के उत्तराधिकारी बनने की होड़ मची थीए लेकिन राघवेंद्र कुशवाहा को इसमें कामयाबी मिली थीण् तब चंद्रभुषण राय इससे ख़फा हो निष्क्रिय हो गए थेण् राघवेंद्र कुशवाहा की कमेटी में प्रदेश महासचिव रह चुके भूमिपाल उनके बाद प्रदेश अध्यक्ष बनेण् वह नीतीश शासन में विधान पार्षद भी बने थेण् तब वह भूमिपाल राय के तौर पर जाने जाने लगे थेण् इसी बीच राघवेंद्र कुशवाहा पार्टी छोड़ लोजपा में चले गएण् तब चंद्रभुषण राय पुनरू अपने रौ में आ गए थेण् यही वजह थी कि वह छात्र जदयू के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष बने थेण्

    छात्र जदयू का विवादों से चोली.दामन का साथ रहा है अरविंद निषाद के इस सेल के प्रदेश अध्यक्ष रहने के समय भी पार्टी में विवाद हुआ थाण् सेल के एक प्रदेश महासचिव सुशील नारायण तिवारी के साथ मारपीट हुई थीण् इस समय ही एक अन्य पूर्व प्रदेश महासचिव रोहित कुमार सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया थाण् वह चंद्रभुषण राय की कमेटी में खासा रूतबा रखते थेए लेकिन चंद्रभुषण राय के बाद उनकी पटरी अरविंद निषाद से नहीं बैठ सकीण् इस बीच वह पार्टी के बाग़ी पूर्व नेता प्रतिपक्ष उपेंद्र कुशवाहा के खेमे में चले गएण् तब उन्हें दल से निकाल दिया गया थाण् वह फिलहाल लोजपा के प्रदेश महासचिव हैं

बहरहालए रवि उज्जवल कहते हैं कि वह चुप नहीं बैठने वाले हैंण् वह पार्टी के तमाम नेताओं से इंसाफ मांगने गए हैंण् उनकी मांग है कि रंजन कुमार को पार्टी से निकाला जाए नहीं तो वह पटना के करगिल चौक पर अनशन पर बैठेंगेण् छात्र लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद मधुकर कहते हैं कि जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होगा उसमें मारमीट की घटना स्वाभाविक हैण् उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुई इस घटना से यह साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री का प्रभाव पार्टी में कम हो रहा है और सभी  मनमानी कर रहे हैंण् कांग्रेस नेता अनिल सुलभ कहते हैं कि छात्र जदयू के सम्मेलन में हुई मारपीट की घटना यह बताती है कि नीतीश कुमार का जादू अब खत्म हो रहा हैण् दरअसल नीतीश जनता से इतने झूठे वादे कर चुके हैं कि सारी सच्चाई लोगों के सामने आ चुकी हैण् सम्मेलन में जिस तरह जातिवाद एवं भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं इससे हमारी बात साबित होती है कि भ्रष्टाचार के खिला़फ नीतीश का युद्ध महज एक दिखावा है
कब होगा छात्र संघ चुनाव

बिहार में छात्रसंघ का चुनाव जल्द से जल्द कराने की मांग एक बार फिर ज़ोर पकड़ रही हैण् नीतीश कुमार ने भी छात्र अधिकार सम्मेलन में इस ओर इशारा कर दिया हैण् सरकार की ओर से विश्वविद्यालयों से पूछा जा रहा है कि आखिर ये चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैंण् उच्च शिक्षा निदेशक सीताराम सिंह ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को यह बताने को कहा है कि अब तक छात्र संघ का चुनाव क्यों नहीं कराया गयाण् पत्र में कहा गया है कि शिक्षा मंत्री ने 28 मार्च 2012 को ही इस संबंध में पत्र लिखा थाए लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुईण् जानकार बताते हैं कि भले ही चुनाव जल्द से जल्द कराने की बात कही जा रही हैए लेकिन कोई भी इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैण् विश्वविद्यालय इसके लिए सरकार से पूरी सुरक्षा एवं संसाधन का वादा चाहता हैण् लिंग्दोह कमेटी की स़िफारिशों के तहत चुनाव में आने वाली व्यवाहारिक दिक्कतों को दरकिनार करना बेहद मुश्किल हैण् सरकार यह भी कह रही है कि छोटी मोटी घटनाओं के लिए छात्रों पर कोई मुकदमा दर्ज न किया जाएण् आखिरकार विश्वविद्यालय चुनाव के दौरान होनी वाली घटनाओं को किस स्केल से नापेगाण् गौरतलब है कि छात्र संघ का अंतिम चुनाव बिहार में 1984 में हुआ थाण् इसके बाद छात्रों के लगातार मांग के बाद भी कोई चुनाव नहीं हुआण् नेताओं ने बस छात्रों को झुनझुना पकड़ाने का काम कियाण् तत्तकालीन मुख्यमंत्री बिंदेश्वरी दूबे ने छात्र कल्याण बोर्ड का गठन किया थाए लेकिन बाद के मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद ने छात्र कल्याण बोर्ड को आगे नहीं बढ़ायाण् दरअसल राजनेताओं की दिलचस्पी ही इस चुनाव को लेकर कभी नहीं रहीण् ऐसा तब है जब छात्र राजनीति करने वाले लोग ही अभी बिहार के भाग्यविधाता बने हुए हैंण् लोजपा नेता रोहित सिंह एवं उपेंद्र यादव कहते हैं कि सरकार में छात्र संघ चुनाव कराने की हिम्मत ही नहीं हैण् सरकार जानती है कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए तो नीतीश के जनाधार की हवा निकल जाएगीण् रोहित सिंह ने बताया कि अगर छात्र संघ चुनाव टाले गए तो हमारी पार्टी सारे विश्वविद्यालयों में तालाबंदी कर सरकार को चुनाव कराने को मजबूर कर देगी                                                                                                                                                cauthi duniya

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